हिन्दी मे टाईप करने के लिये इस टाईप पेड का उपयोग करे

Monday 12 March 2012

उत्तरप्रदेश की 16वीं विधानसभा

उत्तरप्रदेश की 16वीं विधानसभा के लिए चुने गए 403 विधायकों में से करीब 47 प्रतिशत पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।
एडीआर के उत्तरप्रदेश इकाई समन्वयक उत्कर्ष कुमार सिन्हा की रिपोर्ट के मुताबिक हाल में सम्पन्न राज्य विधानसभा चुनाव में चुने गए 403 विधायकों में से 189 यानी 47 प्रतिशत ने चुनाव पूर्व दाखिल नामांकन पत्र में अपने खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज होने का उल्लेख किया है।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2007 में चुने गए पिछली विधानसभा के 403 विधायकों में से 140 (35 प्रतिशत) के खिलाफ मुकदमे दर्ज थे।

सिन्हा ने बताया कि 16वीं विधानसभा के लिए चुने गए विधायकों में से 98 (करीब 24 प्रतिशत) के खिलाफ हत्या तथा कत्ल की कोशिश जैसे गंभीर मामलों के मुकदमे विचाराधीन हैं, जबकि वर्ष 2007 की विधानसभा में ऐसे 78 विधायक थे। सिन्हा ने एडीआर की रिपोर्ट के हवाले से बताया कि चुनाव नामांकन में अपने खिलाफ दर्ज मुकदमों का उल्लेख करने वाले नवनिर्वाचित विधायकों में मउ से कौमी एकता दल के विधायक मुख्तार अंसारी (15 मुकदमे), फेफना से भाजपा विधायक उपेन्द्र (11 मुकदमे), पिंडरा से कांग्रेस विधायक अजय (आठ मुकदमे) तथा बुलंदशहर से बसपा विधायक मोहम्मद अलीम (तीन मुकदमे) मुख्य रूप से शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि प्रदेश विधानसभा में पहुंचे 403 में से 271 (67 प्रतिशत) विधायक करोड़पति हैं। यह संख्या पिछली विधानसभा के सदस्यों की संख्या के मुकाबले दो गुने से भी ज्यादा है। वर्ष 2007 में हुए विधानसभा चुनाव में 124 (30.77 प्रतिशत) करोड़पति विधायक थे।

सिन्हा ने बताया कि मौजूदा विधानसभा के दौलतमंद विधायकों में स्वार सीट से कांग्रेस के विधायक नवाब काजिम अली खां अव्वल हैं। उनके पास 56.89 करोड़ रुपए की घोषित सम्पत्ति है।

उन्होंने बताया कि खां के बाद मुबारकपुर से बसपा विधायक शाह आलम की बारी आती है। उनकी घोषित सम्पत्ति 54 करोड़ 44 लाख रुपए है। नोएडा से भाजपा विधायक महेश कुमार शर्मा 37 करोड़ 45 लाख रुपए की एलानिया जायदाद के साथ इस फेहरिस्त में तीसरे पायदान पर हैं।

सिन्हा ने बताया कि छह विधायकों ने अपनी सम्पत्ति पांच लाख रुपए से कम होना बताया है जबकि 22 विधायकों ने खुद पर एक करोड़ या उससे ज्यादा की देनदारी घोषित की है। पार्टीवार देखें तो कांग्रेस विधायकों की औसत सम्पत्ति चार करोड़ 61 लाख रुपए, बसपा विधायकों की चार करोड़ 44 लाख रुपए, भाजपा विधायकों की चार करोड़ एक लाख रुपए तथा सपा विधायकों की औसत सम्पत्ति दो करोड़ 52 लाख रुपए है।

एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक नवनिर्वाचित 403 में से 239 विधायक स्नातक या उससे अधिक शैक्षणिक योग्यता प्राप्त हैं, जबकि 40 विधायक आठवीं अथवा उससे कम कक्षाओं तक पढ़े हैं। वर्ष 2007 के बाद इस साल भी चुने गए विधायकों में से नवाब काजिम अली खां की जायदाद में इस दौरान सबसे ज्यादा 47 करोड़ 70 लाख रुपए का इजाफा हुआ है।

खां के बाद सैदपुर (सुरक्षित) सीट से सपा विधायक सुभाष की बारी आती है। उन्होंने वर्ष 2007 में दाखिल चुनाव नामांकन में अपनी सम्पत्ति चार करोड़ 70 लाख रुपए घोषित की थी, जो पांच वर्षों के दौरान बढ़कर 35 करोड़ 32 लाख रुपए हो गई। (भाषा)

No comments:

Post a Comment

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...