भारत और पाकिस्तान के बीच हुए वर्ल्ड कप सेमीफाइनल मुकाबले में फिक्सिंग के गंभीर आरोपों का मुद्दा गरमाता जा रहा है। 'संडे टाइम्स' की रिपोर्ट में कहा गया है कि सट्टेबाजों ने इंग्लैंड जैसे देशों के खिलाड़ियों और बॉलीवुड हीरोइन को भी फिक्सिंग के काम में लगा रखा है। अखबार की जांच में पता चला है कि चार खिलाड़ी बॉलीवुड की हीरोइनों के जाल में फंस गए हैं।
रिपोर्ट में दिल्ली के एक सटोरिये विकी सेठ के हवाले से कहा गया है, ‘खूबसूरत लड़कियों के जाल में क्रिकेटर आसानी से फंस जाते हैं जो उन्हें सटोरियों के लिए काम करने के लिए राजी कर लेती हैं।’ सेठ ने माना है, 'काउंटी क्रिकेट फिक्सिंग और सट्टेबाजी का अच्छा बाज़ार है क्योंकि ये लो प्रोफाइल के मैच होते हैं और इन पर कोई नज़र नहीं रखता है। यही वजह है कि काउंटी क्रिकेट में सट्टेबाजी के जरिए बिना किसी परेशानी के अच्छा पैसा बनाया जा सकता है।'
हालांकि इस बीच न्यूजीलैंड क्रिकेट ने सफाई दी है। बोर्ड ने फिक्सिंग के आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है। बोर्ड के चीफ एक्जीक्यूटिव डेविड ह्वाइट ने ‘संडे टाइम्स’ में छपी खबर पर कहा कि सूत्र भरोसे के लायक नहीं हैं और इस आरोप में तथ्यों की कमी है। उन्होंने यह भी साफ किया है कि न्यूजीलैंड के क्रिकेटर किसी तरह के फिक्सिंग में शामिल नहीं रहे हैं।
अखबार ने फिक्सिंग के मामलों की जानकारी आईसीसी को देने का दावा किया है। अखबार ने आईसीसी के हवाले से बयान भी छापा है, जिसमें क्रिकेट परिषद ने कहा है, 'आपने जो जानकारी उपलब्ध करवाई है, उसके आधार पर हम इन गंभीर आरोपों पर जांच करवाएंगे।'
सेमीफाइनल में क्या हुआ था : भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 9 विकेट खोकर 260 रन बनाए थे। इसके जवाब में पाकिस्तान की पूरी टीम 49.5 ओवरों में 231 रनों पर आउट हो गई थी। इस तरह भारत ने मैच जीतकर विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई थी। इस मैच में सचिन ने 85 रन बनाए थे, लेकिन पाकिस्तानी क्रिकेटरों ने 4 बार उनका कैच छोड़ा था। सेमीफाइनल मैच से पहले पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने अपनी टीम को मैच फिक्सिंग से दूर रहने को कहा था।
रिपोर्ट में दिल्ली के एक सटोरिये विकी सेठ के हवाले से कहा गया है, ‘खूबसूरत लड़कियों के जाल में क्रिकेटर आसानी से फंस जाते हैं जो उन्हें सटोरियों के लिए काम करने के लिए राजी कर लेती हैं।’ सेठ ने माना है, 'काउंटी क्रिकेट फिक्सिंग और सट्टेबाजी का अच्छा बाज़ार है क्योंकि ये लो प्रोफाइल के मैच होते हैं और इन पर कोई नज़र नहीं रखता है। यही वजह है कि काउंटी क्रिकेट में सट्टेबाजी के जरिए बिना किसी परेशानी के अच्छा पैसा बनाया जा सकता है।'
हालांकि इस बीच न्यूजीलैंड क्रिकेट ने सफाई दी है। बोर्ड ने फिक्सिंग के आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है। बोर्ड के चीफ एक्जीक्यूटिव डेविड ह्वाइट ने ‘संडे टाइम्स’ में छपी खबर पर कहा कि सूत्र भरोसे के लायक नहीं हैं और इस आरोप में तथ्यों की कमी है। उन्होंने यह भी साफ किया है कि न्यूजीलैंड के क्रिकेटर किसी तरह के फिक्सिंग में शामिल नहीं रहे हैं।
अखबार ने फिक्सिंग के मामलों की जानकारी आईसीसी को देने का दावा किया है। अखबार ने आईसीसी के हवाले से बयान भी छापा है, जिसमें क्रिकेट परिषद ने कहा है, 'आपने जो जानकारी उपलब्ध करवाई है, उसके आधार पर हम इन गंभीर आरोपों पर जांच करवाएंगे।'
सेमीफाइनल में क्या हुआ था : भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 9 विकेट खोकर 260 रन बनाए थे। इसके जवाब में पाकिस्तान की पूरी टीम 49.5 ओवरों में 231 रनों पर आउट हो गई थी। इस तरह भारत ने मैच जीतकर विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई थी। इस मैच में सचिन ने 85 रन बनाए थे, लेकिन पाकिस्तानी क्रिकेटरों ने 4 बार उनका कैच छोड़ा था। सेमीफाइनल मैच से पहले पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने अपनी टीम को मैच फिक्सिंग से दूर रहने को कहा था।
No comments:
Post a Comment