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Monday, 12 March 2012

होली के रंग अबीर-गुलाल के ही संग

दैनिक भास्कर समूह के आह्वान पर इस वर्ष भी देशभर के करोड़ों पाठकों ने सूखी होली खेलने का संकल्प लिया है। पिछले तीन वर्षो से जारी तिलक होली अभियान के साथ संकल्पित होने वालों की संख्या लगातार बढ़ती गई है। यह जल संरक्षण की दिशा में शुभ संकेत है।
इस वर्ष हालांकि मानसून की अच्छी वर्षा से जलसंकट के हालात नहीं है। लेकिन पानी को बचाना और उसके दुरुपयोग को रोकना हमारा कर्तव्य और समय की जरूरत है। इसीलिए इस बार भास्कर ने सूखी होली का आग्रह नए सिरे से दोहराया है। हमने अपने पाठकों से अनुरोध किया कि आने वाली पीढ़ियों के लिए पानी बचाने की कोशिश लगातार जारी रखें। होली पर इसका सबसे बेहतर उपाय यह है कि हम अबीर गुलाल से यह पर्व मनाएं। होली तो पूरे जोश, उमंग, उल्लास और परंपरा के साथ मने मगर पानी की हर बूंद ही हिफाजत के पवित्र भाव से।
सूखी होली के दो फायदे स्पष्ट हैं। पहला बड़े पैमाने पर पानी की बचत और दूसरा गीले रंगों के घातक रसायनों से त्वचा को होने वाले नुकसान से बचाव। संतोष की बात है कि भास्कर समूह के इस आह्वान का असर व्यापक हुआ है। संवेदनशील युवा वर्ग देश भर में इससे जुड़ा है। सभी एक मत से इस पर सहमत हैं कि पानी का सदुपयोग हो और पर्व के नाम पर उसकी फिजूलखर्ची न हो। इस वर्ष एक मार्च से देश के विभिन्न हिस्सों में इस अभियान में आम लोगों भागीदारी उत्साहजनक रही।
सामूहिक संकल्प लिए गए, रैलियां निकलीं, पर्चे बंटे। जल संरक्षण के अभियान की सार्थकता समाज के हर वर्ग ने स्वीकार की। गुजरात के वड़ोदरा में स्वामी नारायण संप्रदाय के २५ हजार अनुयायियों ने अबीर-गुलाल से होली का संकल्प दोहराया, छाीसगढ़ के बिलासपुर में खाटू श्याम के सैकड़ों समर्पित भक्तों ने सूखी होली पर हामी भरी।
राजस्थान के जयपुर से लेकर सिरोही तक और पंजाब, हरियाणा के बड़े-छोटे शहरों में दर्जनों संगठनों ने इस अभियान को वक्तकी जरूरत माना। मध्यप्रदेश के उज्जन में एमआईटी के पांच हजार बच्चों ने एसएमएस के जरिए सूखी होली का संदेश प्रसारित किया तो छोटे से शहर खंडवा में मानव श्रंखला बनाई गई। झारखंड सरकार ने अभियान को समर्थन दिया।
महिला हॉकी टीम के सदस्य भी इसमें शामिल हुए। देश के विभिन्न वर्गो के प्रमुखों, खिलाड़ियों, कलाकारों और कथा-प्रवचनकारों सहित विज्ञान, राजनीति, समाज से जुड़े लोगों ने भी अबीर-गुलाल के साथ सूखी होली के नारे को अपना स्वर दिया है। यह सारी कोशिश आज होली के दिन इस संकल्प को साकार करने की है। विश्वास है कि हमेशा की तरह आपका प्यार, समर्थन मिलता रहेगा। होली की शुभकामनाओं के साथ..आपका ही - रमेशचंद्र अग्रवाल चेयरमैन, दैनिक भास्कर समूह।

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